दो परिवार का प्यार भाग-2
दोस्तों ये मेरी कहानी का दूसरा भाग है। अगर अपने मेरी कहानी दो परिवार का प्यार का पहला भाग नहीं पढ़ा तो नीचे दिए गए लिंक पर जाए।
एक रात मम्मी मुझसे बोली बेटा अंकल के यहाँ मुझे रुकना है तुम घर पर रहना मैं जिद करने लगा फिर मम्मी मुझे भी ले गयी वहा दरवाजा खुला सब बैठे थे वहाँ का नजारा ही अलग था रुबीना और तबसुम दोनो औरते सिर्फ एक कुर्ते में थी उनकी सलवार भी नही थी नीचे नग्गी थी कुर्ता उनकी चूत को ढके हुवे था दोनो मर्द नेककर में थे ।
रुबीना मम्मी से हस्ते हुवे बोली आओ यार मोनिका मम्मी बैठ गयी वो बोली इसको क्यो ले आयी मम्मी बोली बच्चा है रुबीना बोली यार एक काम कर तू आज चांद से चुदवा ले मम्मी पर बात तो बेटे की हुवी थी रुबीना तो यार क्या हुवा चांद तुम्हे पसन्द करता है मम्मी गुस्से में ठीक है चांद मम्मी के पास जाकर उनके जगह पे हाथ मसलने लगा बूब्स दबाने लगा मम्मी बोली ये क्या कमरे में चलो रुबीना बोली मोनिका मेरे घर में फ्री सेक्स है तुम लोग कर लो।
रुबीना अपने पति का लड़ सहलाने लगी मम्मी को चाँद जोर जोर से किस करने लगा सोफे पे जानवरो को तरह मम्मी को किस कर रहा था मम्मी की साड़ी उतार दी और मम्मी बलाउज और पेटीकोट में थी वो मम्मी के ब्लाउज खोलने लगा उनकी चुचियो को नग्गी कर दिया उनके निपल्स को मुँह में ले के पीने लगा मम्मी भी आह…..आहह करने लगी चांद ने मम्मी की पेटीकोट का नारा कीच कर नीचे कर दिया मम्मी नग्गी हो गयी।
चांद ने अपने सारे कपड़े उतार दिए और मम्मी लिपट गया मम्मी जोस में चांद के लड़ को सहलाने लगी तभी सब लोग चले गए मम्मी और चांद लिपटे थे चांद ने मम्मी की चूत पर मुँह रख दिया और पीने लगा मम्मी आह…..आह….चाटो आह….चीखती हुवी बोली अब डालो भी चांद ने अपने बड़े लड़ को मम्मी चूत पर रख दिया एक जोर दर दक्का लगा दिया गप से पूरा लड़ अन्दर हो गया मम्मी आह हाय रे आह करने लगी चांद ध्क्का धक मम्मी को पेलने लगा मम्मी मस्ती में आह चोदो मुझे आह कर रही थी चांद आह क्या चूत है तुम्हारी आह ध्क्का धक चोदने के बाद मम्मी आह में गयी वो सायद उनका पानी निकल गया।
चांद अभी भी चुदाई कर रहा था कुछ देर बाद चांद भी मम्मी के ऊपर गिर गया उसका माल मम्मी की चूत में चला गया कुछ देर दोनो पड़े रहे मम्मी को चांद किस करते हूवे कितनी मस्त हो तुम मोनिका फिर मम्मी ने वही रखा कुर्ता पहना मुझे बोली तू यही सो जा वो कमरे में चली गयी चंद ले साथ सुबह मेरी नींद खुली मैं मम्मी को देखने गया खिड़की से देखा मम्मी चांद के साथ सो रही थी कुछ देर बाद वो उठ कर आयी।
तभी उनको तबसुम आंटी ने चाय दी मम्मी बोली आपको पता था आपके पति मेरे साथ है फिर भी अपने कुछ नही कहा तबसुम हस्ते हुवे बोली यहाँ सारे मर्द पति का हम सब उनकी पत्निया है वो बोली हम सब आपस में सेक्स करते है जब आपके घर के लड़के ने मेरी बेटी के साथ सेक्स किया तब चाँद ने आपको चोदने का प्लान बनाया मम्मी बोली काल रात मुझे मजा भी आया काश मेरे घर पर भी यही होता फिर तबसुम बोली अगर आप चाहो तो होने लगे मम्मी बोली कैसे तबसुम बोली काल मैं आपके यहाँ आऊँगी और आपके पति को पटा लुंगी मम्मी ने कहा ठीक है देख लो।
दोस्तों मेरी अन्तर्वासना कहानी पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद इस कहानी का तिस्त्र भाग नीचे दिए गए लिंक पर जाकर पढ़े।