गुटका खाने वाली सेक्सी भाभी की चुदाई भाग – 1
मैंने अपने पड़ोस की गुटका खाने वाली सेक्सी भाभी की चुदाई कर डाली और उसके स्तनों को काफी चूसा। दोस्तों मेरा नाम मर्द है और आज मैं आपके लिए अपनी ये अन्तर्वासना कहानी लेकर आया हूँ जिसे पड़ने के बाद आपके मुँह से और लंड से दोनों से पानी टपक पड़ेगा।
मेरे भाइयों मेरी उम्र 24 साल है और मैं एक हलवाई का बेटा हूँ। मैंने पढ़ाई लिखाई 2 साल पहले ही छोड़ दी थी इसलिए मेरे लेक में गलतियां हो तो माफ़ करना।
अपने काम की वजह से मुझे हर रात किसी न किसी शादी पर जाना होता है। शादियों में काफी सारी सेक्सी लड़किया और भाभियाँ भी होती है। मुझे लम्बी और दूधिया लड़किया काफी पसंद है।
जवान लड़को में वो बात कम ही देखी जाती है आज कल इसलिए मुझे भाभियाँ ज्यादा सेक्स लगती है।
अब हुआ क्या मेरे चाचा की लड़की की शादी थी तो मैं और मेरे पिता वहा का खाना बनवाने का काम देख रहे थे।
अब काम करते करते मेरी नजर मेरे चाचा के पड़ोस की भाभी पर पड़ गई। भाभी रहने वाली बिहार की लग रही थी।
उसनका शरीर रसीला और सुडौल था पर जब मेरी नजर उनके मुँह पर गई तो देखा तो वो गुटका खा रही थी।
गुटका चबाती भाभी का अंदाज ही कुछ अलग था पर मुझे उनका मुँह देख गिन आने लग गई।
दोस्तों गुटका, तम्बाकू जैसी चीज़े आपको चाहए मजा देती हो पर इसे खाने से आपका मुँह खराब हो जाता है जैसे की उन सेक्सी भाभी का हो गया।
उसके दाँत दिखने में काफी गंदे थे और मैं उनसे दूर खड़ा हो करे ये महसूस कर सकता था की इनके मुँह से कासी बदबू आती होगी।
पर फिर भी मैं गुटका खाने वाली सेक्सी भाभी की चुदाई के बारे में सोचने लगा और मेरा लंड मेरे पिता के सामने खड़ा हो गया। मैं शर्म के मरे उसपर हाथ रखा और भाग कर अपने चाचा की छत पर चला गया।
चाचा जी का घर काफी छोटा था और ऊपर से इतने सरे लोग इसलिए ऊपर जाना ही मुझे सही लगा।
मैं ऊपर खड़ा खड़ा कुछ और सोचने लगा ताकि मेरा शेर शांत हो जाए पर ऐसा नहीं हुआ क्यों की कुछ देर में ही गुटका खाने वाली सेक्सी भाभी साथ वाली छत पर आ गई और कपकडे सूखने लग गई।
उसनहे देख मेरा लंड खड़ा हो गया और भाभी की नजर उसपर पड़ गई।
दोस्तों मुझे नहीं पता मैं ज्यादा कामुक दीखता हूँ या नहीं पर भाभी उस वक्त काफी यौन उत्तेजित थी।
मेरे करीब आकर वो गुटका चबाते हुए कभी मेरी आँखों में देखती तो कभी मेरे खड़े लंड को।
उसके बाद उन्होंने यहाँ वह गर्दन गुमा कर देखा की अस पास तो कोई नहीं है।
देखने के बाद उन्होंने मेरे लंड को जीन्स के ऊपर से ही पकड़ लिया और उसे हल्के हाथ से दबाने लगी।
मैं वही खड़ा मुँह खोल कर भाभी को देखरा रहा और वो मेरे लंड के साथ खिलवाड़ करती रही।
भाभी – का नाम है तोहरा ?
मर्द – मेरा नाम मर्द है !!
भाभी – हाहाहाहा !!! अच्छा मर्द हो तुम ? मुझे अपनी मर्दानगी दिखाना चाहोगे ?
फ्री की चुत आखिर कौन छोड़ता इसलिए मैं भी उनके साथ चला गया। मैं कूद कर भाभी की छत पर गया और भाभी ने मेरी जीन्स खोल कर मेरा लंड पकड़ लिया।
मेरे लटके लंड से पाई टपक रहा था जिसे देख भाभी कुश हो रही थी।
उन्होंने छत पर मेरा थोड़ी देर लंड हिलाया और मेरे गोटे पकड़ कर मुझे खींच कर अपने साथ नीचे ले गई।
भाभी के घर में कोई नहीं था इसलिए मैं मजे से भाभी की चुदाई कर सकता था।
अंदर जाते ही भाभी ने मुझे गले लगाया और मुझे होठों पर चूमने की कोशिश की।
पर मैंने उन्हें खुद को चूमने नहीं दिया क्यों की उन्हें मुँह में गुटका था और काफी गंदी बदबू भी आ रही थी।
भाभी बुरा न लगे इसलिए मैं नीचे उसके थानों को देखने लगा और बोला ” आपके स्तन काफी सेक्सी और बड़े है !! “
ये सुनकर भाभी मुस्कुराने लगी और अपना साड़ी का पल्लू हटा कर बोली ” जाओ जी लो अपनी जिंदगी !! “
मैं झटके से भाभी के ब्लाउज में अपना मुँह देकर उनके नरम स्तन अपने मुँह पर महसूस करने लगा।
मैंने उनकी जबरदस्त सेक्सी कमर अपने दोनों हाथो से जकड़ी और उनकी नरम छाती की गर्माहट से अपने मुँह को सेकने लगा।
भाभी का पति पता नहीं कहा गांड मरा रहा था और भाभी पकता नहीं कितने वक्त से यौन संतुष्ट नहीं थी।
कुछ देर ऊपर ऊपर से मजे लेने के बाद मैंने ब्लाउज होलना चाहा तो बाहर से पापा की आवाज आ गई ” बेटा मर्द !!! कहा है रे ???? “
अब उन्हें क्या पता था की मैं यहाँ गुटका खाने वाली सेक्सी भाभी की चुदाई करने में लगा हूँ।
आवाज सुनकर भाभी डॉ गई और मुझे बड़ी बड़ी आँखों से देखने लगी।
मैंने कहा कुछ नहीं हुआ आप आनंद लो बस।
उसके बाद भाभी ने अपना हाथ अपने स्तनों की दरार में डाला और एक कंडोम निकल कर अपने दातो में दबा लिया।
मैं जल्दी से उनका ब्लाउज खोला और उनके मुँह से दुरी बना कर उनके स्तनों को अपना मर्दाना प्यार देने लगा।
सावली भोजपुरी भाभी के बड़े बड़े दूध और काली काली चूचियां देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया और भाभी नीचे से उसे हिलाने लगी।
मैं अपना सारा प्यार भाभी के स्तनों को देने लगा और उनकी काली चूचियां होठो से खींच खींच कर चुस्त रहा।
दोस्तों मैंने पहली बार किसी औरत के स्तन अपने हाथो से पकड़े थे और मुँह से चूसे थे।
उसके बाद भाभी मुझे अंदर के कमरे में ले गई और अपने बेड पर अपनी साड़ी खोल कर बैठ गई।
भाभी का सेक्सी बदन देखकर मैं हिल गया। सेक्सी चर्बी वाला भाभी का शरीर और मोटी गोल गांड मैं कैसे चोदुँगा ये सोचने मैं लग गया।
इतने में भाभी ने अपना गुटका खत्म किया और बोली ” का हुआ बाबू ? पलंग नहीं हिलना का ? “
इसके बाद मैं भाभी के पास गया तो भाभी पलंग पर घोड़ी बन गई और मुझे देखें लगी।
मैं आगे गया और भाभी का पेटीकोट उठा और उनकी कच्छी उतार दिया।
भाभी की कच्छी गीली थी और चुत से रस टपक रहा था। काली चुत देख मेरा उसे चाटने का मन नहीं किया और मैं उसके चोदना जरूर चाहता था।
मैं वापस खड़ा हुआ और अपनी दो उंगलियों से भाभी की चुत को मजे देने लगा।
चुत अंदर से गर्म, नरम, और लसलसी थी। मैं भाभी को उंगलियों से चोद कर और गीला कर रहा था ताकि लंड डालते ही मुझे ज्यादा से ज्यादा मजा आए।
जब भाभी की चुत से लार टपकने लग गई तो मैंने अपना लंड पकड़ा और उसका टपका चुत पर दबा और उसे अंदर घुसा दिया।
लंड अंदर जाते ही भाभी अपनी आंखे बंद क़र के पूरा आनंद लेने लग गई।
मैं धीरे धीरे अपना लैंड भाभी की टाइट चुत में रगड़ने लगा। भाभी की चुत की दीवारे अंदर से काफी आनंद दे रही थी।
धीरे धीरे जैसे जैसे भाभी की चुत और लसलसी होने लगी मैंने अपनी तेजी बढ़ा दी।
मैं जोर जोर से अपने गोटे भाभी की चुत पर मार मार और उनकी चुदाई करने लगा और भाभी किसी तरह अपने मुँह में चादर दबा कर मेरा लंड लेती रही।
दोस्तों अपनी Hindi Sex Kahani का दूसरा भाग मैं आपको फिर कभी सुनाऊंगा आज के लिए इतना ही काफी है। मुझे मेल भेज कर बताये की मेरी ये कहानी किसी लगी आपको।
दोस्तों मेरी चुदाई कहानी का दूसरा भाग पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे (गुटका खाने वाली सेक्सी भाभी की चुदाई भाग – 2) और मुझे मेल करके बताये की मेरी ये कहानी किसी लगी।