बहन की चोदी चुत और निकाल दिया मूत भाग-1
उस रात मैंने दबा कर बहन की चुत चोदी और उसका रस निकाल दिया। दोस्तों मेरा नाम है नमन और आज मैं आपको सुनाने जा रहा हूँ अपनी बहन की सेक्स कहानी जिसका नाम है बहन की चोदी चुत और निकाल दिया मूत। मेरी कहानी का नाम पढ़कर ही आपको पता लग गया होगा की ये कहानी कितनी मजेदार होने वाली है।
इसलिए मेरी इस चुदाई कहानी को आराम से लंड पकड़ कर पढ़ना क्यों की अब आपके टटो ने दर्द होने वाला है। मेरी उम्र 27 है और मैं उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूँ। मेरी एक छोटी बहन है जो बड़ी माल दार है। उसकी मोटी गोल जाँघे और गांड टाइट जीन्स में देख मेरा तो बस उसकी गांड में मुँह देने माँ मन करता है।
वो एक फुल पैकेज चुदाई का सामान थी। उसने नया नया कॉलेज जाना शुरू किया था जहा उसकी कई सरे लड़को से दोस्ती हुई। मेरी बहन की उम्र 22 थी जब उसने कॉलेज में कदम रखा क्यों की उसकी पढाई देर से शुरू हुई थी और पापा उसे घर से बाहर भी नहीं निकलने देते थे।
जब वो कॉलेज गई तो उसकी आँखों चांदिया गई और उसे लड़के बाजी और छोटे कपड़े पहने का शोक चढ़ गया। एक दिन जब मम्मी पापा किसी काम से 3 दिन के लिए बाहर गए थे तो सारा घर और अपनी बहन को मुझे ही देखा था।
मेरी बहन का नाम सोनल था और वो हर दिन कॉलेज जाया करती थी और दूसरी तरफ मैं अपने ऑफिस।
पहले दिन मैं उसे अपने साथ ले गया और उसे कॉलेज छोड़ने के बाद मैं भी ऑफिस चला गया। मेरी ऑफिस की छुट्टी शाम 6 बजे होती थी पर उस दिन मुझे अपनी बहन की ज्यादा चिंता थी की वो घर पर अकेली है।
मैं ऑफिस जे उस दिन जल्दी निकला और घर जा पंहुचा। तभी मैंने देखा का की मेरे गली के लड़के मुझे हस हस कर देख रही है और बस बैठी आंटी भी मुझे आंखे फाड़ कर देख रही है। पहले तो मैं समज नहीं पाया फिर जब मैं घर गया तो घर पर अंदर से ताला लगा था।
दरवाजे के अंदर से झक कर देखा तो मुझे अंदर किसी लड़के के जूते दिखे तो मैं समज गया की यहाँ चल क्या रहा है। मैं गुस्से में जोर जोर से घर का दरवाजा बजाने लगा और बहन डर कर धीरे धीरे बाहर आई और दरवाजा खोलने लगी।
दरवाजा खुलते ही मैं अंदर गया और उस लड़के को खोजने लगा। वो लड़का नंगा बिस्तर के नीचे छुपा था और उसने बस एक कमीज़ पहन रखी थी और वो नीचे से नंगा था।
उसका खड़ा लंड मुझे देख कर लटक गया जिसे देख मेरे अंदर का खून खोलने लगा। वो लड़का मेरी बहन की उम्र का ही लग रहा था। मैंने उसे उठया और उसे 5 से 7 झापड़ मार कर लाल कर दिया।
वो लड़का रोने लगा और मेरे पैर पकड़ कर माफ़ी मांगने लगा। मैंने उसे जल्द से जल्द अपने घर से बाहर निकाला और फिर अपनी बहन की रिमांड ली।
बहन – भइया मुझे माफ़ करदो पापा मम्मी को कुछ मत बताना !!!!
वो मुझे बोलती रही और मैं नहीं माना यहाँ तक की मैंने किसी तरफ देखा भी नहीं। इसी रहा बहन मुझे मनाती रही और कई बार तो उसने झूठे असू भी टपका दिए पर मैं अपनी बात कर अड़ा रहा।
उसे पता था की अगर पापा को पता चलेगा तो उसकी पढ़ाई और कॉलेज सब बंद हो जाएगा। इसलिए वो उस रात मेरे बिसर में घुसी और मुझे प्यार से मनाने लगी और बोली ” भइया आप जो बोलोगे मैं वो करुँगी। “
ऐसा कह कर उसने मेरी छाती पर अपना हाथ फेरा और मेरी आँखों में देख कर कामुक चेहरा बना लिया। अपनी बहन को ऐसी हरकत करता देख मेरा सर शर्म से झुक गया और लंड खड़ा हो गया।
उसी वक्त मेरा लिंग लम्बा हो गया और बहन को मेरी जांघो में बीच कुछ मोटा मोटा दिखने लगा। लिंग खड़ा होता देख वो समझ गई की अब बस यही तरीका है मुझे रोकने का।
उसने मेरी छाती पर अपना सर रखा और मेरे लिंग को पजामे के ऊपर से दबाने लगी। ये सब इतनी जल्दी हुआ की मुझे समझ नहीं आया की अब मैं क्या करू। इतनी देर मैं मेरा लंड तन गया और पजामे से बाहर आने के लिए तड़पने लगा।
उसके बाद मेरी बहन मेरी तरफ देख कर हसने लगी और बोली ” मुझे पता था आप मान जाओगे !! ”
अब बोहोत देर हो चुकी थी मेरे खड़े लंड से लार टपकने लगी थी और मैं चाह कर भी खुद को नहीं रोक पा रहा था।
मैंने अपना उल्टा हाथ उठाया और उसे सीधा अपनी बहन की मस्त नरम गांड पर रख दिया।
उस रात बहन ने भी पजामा पहना था जो काफी पतला था जिस वजह से मुझे उसकी नरम गोल गांड का एहसास होने लगा।
मेरी बहन ने मेरे पजामे को उतारा और मेरे कच्छे के मूतने वाले छेद से मेरा कड़ा लंड निकाल दिया। मेरा लाल टोपा देख वो शर्माने लगी।
दूसरी तरफ मैं उसके पजाने में हाथ डाल कर उसकी गीली कच्छी को आगे पीछे बेचैनी से खींचने लगा।
साथ ही मैंने अपने सीधे हाथ से अपनी बहन का हाथ पड़ा और उसे अपने लंड पर लपेट कर ऊपर नीचे करने लगा।
जैसे जैसे हम चुदाई के करीब जाने लगे बहन शांत हो गई और कपकपाती सासे लेने लगी।
मैंने अपना उल्टा हाथ उसकी चुत में देना शुरू कर दिया और उसे और गर्म करने लगा।
बहन की योनी से रस टपकने लगा जिस वजह से उसकी कच्छी और पजामा नीचे से गीला होने लगा।
धीरे धीरे मेरी चुदाई और जबरदस्त सेक्स की इच्छा बढ़ने लगी और मैं अपनी बहन का मुँह अपने दोनों हाथ से पकड़ा और उसके होठो को चूमने लगा।
दोस्तों आज की मेरी ये सेक्सी कहानी यही समाप्त होती है मेरी कहानी का दूसरा भाग पड़ने के लिए यहाँ क्लिक करे (बहन की चोदी चुत और निकाल दिया मूत भाग – 2) और मुझे मेल करके जोर बताए की मेरी ये कहानी आपको किसी लगी।