मम्मी और आंटी की अन्तर्वासना
लखनऊ के गोस्वामी तुलसीदास अपनी मम्मी और आंटी की अन्तर्वासना देख गांड फटी में हस्तमैथुन करने लगते है। जब घर पर कोई नहीं था तो उनकी माता ने अपनी सहेली को बुला कर उनके साथ गन्दी फ़िल्मी देख अपनी अन्तर्वासना शांत करने की कोशिश की। तभी हमारे लेखक गोस्वामी तुलसीदास अपना लंड हिलाते हुए घर पहुंच गए और mummy aur aunty का नजारा देख उन्हें भी अपनी अन्तर्वासना शांत करने का मौका मिल गया।
आंटी और मम्मी की अन्तर्वासना
नाम गोस्वामी तुलसीदास उम्र 24 साल रहने वाला लखनऊ का और लंड का साइज 8 इंच है। कहानी पढ़ने वाली अगर कोई लड़की है तो मुझे मेल भेज कर फ्री सेक्स के लिए मिल सकती है। अब अपनी देसी कहानी पर आता हूँ। अपने कॉलेज से में घर जा रहा था। मैंने पास की कंप्यूटर की दुकान से मस्त पोर्न डाउनलोड की थी। कऱीब 4 GB की थी। आधी तो मैंने वही देख ली थी इसलिए घर जाते हुए मेरा तना था।
घर गया तो देखा पहले से घर में कोई था। क्यों की बाहर किसी औरत की चपल थी। मैं आराम से अंदर गया धीरे धीरे ताकि माँ मुझे देख कोई काम न बोल दे। धीरे धीरे अंदर गया तो देखा आंटी और मम्मी दोनों टीवी पर गन्दी फिल्म देख रही थी। उन्होंने DVD के जरिए गन्दी फिल्म चला राखी थी। ये देख मेरी गांड फैट गई। आंटी दिखने में काफी सेक्सी थी उन्हें देख मुझे लगा aunty ki antarvasna कभी शांत हो ही नही सकती। दूसरी तरफ मेरी मम्मी भी अपनी खड़ी चुकी दबा रही थी।
(लेखक का लिंग पहले ही गिला था ऊपर से अपने घर पर नंगा नाच देख उसका लिंग और ज्यादा खड़ा हो गया और टाइट जीन्स से बाहर निकलने की कोशिश करने लगा। टीवी पर चल रही पोर्न की वजह से उसकी mummy ki antarvasna भी आग की तरह बढ़ती जा रही थी। मौका देख लेखक ने धीरे से बाहर का दरवाजा बंद किया और पीछे से अपने मम्मी और आंटी को देख अपने लिंग को जीन्स के ऊपर से सहलाने लगा।)
आंटी – क्या हुआ गोस्वामी की मम्मी? अंग्रेजो का सेक्स देख कामुक सी लग रही हो।
मम्मी (अपनी जांघो को साथ चिपका कर) – छी या का हो रह है ?? अंग्रेज इतना जोर जोर से चोदा चोदी करते है का?
आंटी – अरे ये तो कुछ भी नहीं है दीदी यो गोरी चोरिया काले मर्दो का लिंग तो घना चुस्ती है !! ये वाली देखो !!
मम्मी – हाय हाय !! ये आदमी है या राक्षस ?? कैसे उसके मुँह के डाल रहा है !!
आंटी – दीदी इनका लिंग कम से कम 3 घंटे बाद झाड़ता है। और देखो तो जरा कितना बरा है।
मैं पीछे से वो क्या क्या बाते कर रही थी मैं सब सुन रहा था। मम्मी और आंटी टीवी पर एक गोरी लड़की को दो काले मर्दो का लिंग चूसते हुए देख रही थी। वो लड़की काफी पतली और छोटी थी खास कर उन दोनों हपशियो के लंड के मुकाबले तो काफी छोटी थी। मैं पीछे खड़ा मुठ मरने लगा और सामने आंटी मम्मी की साड़ी के ऊपर से ही उनकी जंघे सहलाने लगी। इस तरह उन्होंने मम्मी की अन्तर्वासना को और बड़ा दिया तो मम्मी भी शरमाते हुए आंटी के ब्लाउज के ऊपर से ही आंटी के दिध हल्के हाथ से दबाने लगी।
ये सब देख मेरे हाथ और तेजी से चलने लगा और मैं बाट बाट बाट करके अपने लंड को हिलता हुआ टटो को हवा में झूलने लगा।
आंटी ने मम्मी को चूमना शुरू कर दिया और मम्मी भी खुल कर अपनी अश्लील सहेली के साथ चुदाई करने लगी। मैं धीरे से कमरे की खिड़की से झाकते हुए आंटी को देखने लगा। आंटी ने मम्मी के होठो को चूमते हुए उनके पेटीकोट में हाथ डालना शुरू किया और दूसरी तरफ मम्मी ने आंटी के ब्लाउज में। सोनो लेस्बियन सेक्स का आनंद लेते हुए मेरी गोटियों को बड़ा कर रही थी।
उन्होंने चूमते हुए एक दूसरे को नंगा करना शुरू किया और फिर दोनों एक दूसरे की चूचिया चूसने लगी। आंटी की छाती तो बड़ी थी ही पर मेरी मम्मी की तो और बड़ी थी। दोनों के निप्पल बड़े बड़े और काले काले थे। आंटी थूक लगा लगा कर उम्मी के मोटे लम्बे निप्पल चूस रही और मम्मी टीवी पक चल रही जबरदस्त चुदाई देख अपनी चुत में उनलगी कर रही थी।
टीवी पर दोनों काले आदमी उस जवान लड़की की चुत गांड में अपना लंड दिए जा रहे थे। छोटी लड़की की चुत गांड के छेद में दोनों मोटे लिंग अंदर बाहर एक साथ हो रहे थे। वो लड़की एक एक लंड पर बैठी थी और पीछे से दूसरा आदमी उसकी गांड में लंड दे रहा था। साथ ही वो गन्दा कला आदमी उस सुंदर लड़की को होठो पर चूमे जा रहा था। ऐसा जोर जबरदस्ती वाला सेक्स देख मेरी मम्मी की अन्तर्वासना बढ़ती जा रही थी और आंटी भी उनके शरीर को अलग अलग जगह से चाट चूस रही थी।
(लेखक की माँ और आंटी दोनों ही मस्त अपनी चुतो को रगड़ कर जिंदगी का आनंद ले रही थी। देखते ही देखते आंटी ने 2 कदम और आगे बढ़ाये और लेखक की माँ की योनी पर अपना मुँह जमा लिया।)
आंटी (योनी चाटते हुए) – हम्म अहह अम्म अम्म अहह !!
मम्मी – (अपनी चूचिया हल्के हाथ से नोचते हुए) – अहह अह्ह्ह अहह !! उह्ह्ह अहह !!
Mummy aur Aunty ki Chudai
आंटी मम्मी की चुत को चाटते हुए अपनी चुत में भी उनलगी किए जा रही थी। तभी आंटी ने एक पल चुत से मुँह बाहर निकाला तो मलाई की लम्बी लारे उनके मुँह से नीचे टपकने लगी। आंटी ने मुँह हटा कर कहा “दीदी बस एक लिंग की कमी लग रही है न ?”
मेरी मम्मी ने गहरी सास लेते हुए अपना सर हिला कर हाँ में जवाब दिया। और बस मैं अपना लिंग हिलता हुए कमरे में घुसा और मम्मी और आंटी के सामने लटका दिया।
मम्मी और आंटी हैरानी से मुझे देखते हुए शर्म से लाल हो गई। पर आंटी ने अपना हाथ आगे बढ़ाया और धीरे से मेरा लिंग पाकर कर अपने गर्म चुत के पानी वाले हाथ से हिलाना शुरू कर दिया।
उसके बाद मम्मी के भी मुँह से पानी निकलने लगा तो उन्होंने मुँह आगे बड़ा कर आंखे बंद की और मेरे लिंग का गुम्बज अपने मुँह में दबा लिया।
आंटी और मम्मी की अन्तर्वासना चार्म पर थी। दोनों ने उम्र और रिश्ते का लिहाज न करते हुए मेरे लिंग को चूसना हिलाना शुरू कर दिया। मैंने अपनी कमीज उतारी और अपने दोनों हाथो को अपने सर पर रख कर अपनी कामुक बॉडी दिखते हुए दोनों को लंड चुसवाने लगा।
मम्मी एक हाथ से अपनी योनी रगड़ रही थी और दूसरे हाथ से अपनी चूचिया साथ ही साथ उन्होंने मेरे लिंग को चूसना भी शुरू कर दिया। वो अपनी टंगे खोल कर सोफे पर नंगी बैठी थी और उनकी तंगको के ठीक बीच आंटी उनकी योनी चाहते हुए मेरी गोटिया दबा रही थी और अपनी चुत थोड़ी थोड़ी देर बार रगड़ रही थी।
आंटी ने मेरे अंडो को अपनी मुठी में भर रखा था और उन्हें नीचे खींच कर मुझे दर्द दे रही थी। मम्मी की चुत चाटते हुए वो थोड़ी थोड़ी देर बाद ऊपर देखती और अपनी बारी का इंतजार करती पर मम्मी तो लगातार अपना मुँह हिलाते हुए चाटे ही जा रही थी।
आंटी को उनके इंतजार का फल देने के लिए मैंने माँ के मुँह से लिंग निकाला और सीधा आंटी के पीछे जाकर उनकी गांड में दे दिया। उसके बाद भट भट भट भट भट कर के मम्मी को देकते हुए मैं आंटी को चोदने लगा। हले मैंने आंटी की चुत में 10 धके लगाए और फिर अपना गिला लंड निकाल कर आंटी की गांड में देने लगा। आंटी की अन्तर्वासना को शांत करने के लिए मुझे अपने कूल्हों को जोर से आगे पीछे हिलाना पड़ रहा था।
उसके बाद मम्मी भी उठी और मेरे सामने घोड़ी बन गई। उन्होंने अपना ब्लाउज पूरा उतरा और फिर अपने हाथो से अपनी गांड फैला कर मेरे आगे घोड़ी बन गई। आंटी के गांड से लंड निकल कर मैने जोर से अपने दोनों हाथो से मम्मी की अगंद पर चाटे बरसाए और फिर अपना लंड झटके से अंदर घुसा कर पागलो की तरह चुदाई मचा दी।
आंटी बगले में बेटी मुझे बुस्कुरा कर देखने लगी। मैंने आंटी को इशारा किया और वो मेरे पास आकर मुझे होठो पर चूमने लगी। मम अहह अहह ममम अहह। उनका थूक मेरे मुँह में कभी मेरा थूक उनके मुँह में।
क्या आनंद आ रहा था। मम्मी की गांड पर जोर जोर से थपेड़े पेलता हुआ मैं उनकी चुत का भोसड़ा और चूचियों का हिला हिला कर और लम्बा कर रहा था। आंटी को भी माँ जा रहा था इसलिए उन्होंने मेरी छाती चाटना शुरू किया और मेरी गांड को अपने हाथो से नोचने लगी।
अहह अहह अहह मम दोनों औरतो की गन्दी आवाजे घर से बाहर जा रही थी। मैं पतले सहरीर वाला लड़का सेक्सी रसीली औरतो को चोद रहा था। कमर हिला हिल्ला कर मेरी गांड में दर्द होने लगा। पीछे से अंग्रेजो की गन्दी फिल्म भी चल रही थी। दोनों काले आदमी उस गोरी लड़की की चुदाई कर रहे थे और कमरे में सेक्सी आवाजों से काफी शोर होने लगा।
काश मुझे 100 साल की जेल हो जाती जिसमे मुझे ऐसी ही चुदाई करने को मिलती। कुछ ही देर में मैं अपनी चरम सिमा पर पहुंच गया। आंटी मेरी कप्ती गांड पेहचाहन ली की मेरा माल निकलने वाला है। उन्होंने मेरे लंड को पकड़ा और फिर उसे बाहर निकाल अपने मुँह में भर लिया।
मेरा सारा माल उनके मुँह में चाला गया और मम्मी पीछे मुड़कर मेरे लटकते हुए लिंग से तपकरा हुआ माल चाटने लगी। लिंग पूरा लाल था ऊपर से वो उसे भी चूस कर अंदर से आखरी बून्द भी चूस ली।अब उसके बाद दोनों मम्मी और आंटी एक दूसरे को चूमते हुए मेरे माल का आनंद लेने लगे।
उसके बाद आंटी, मम्मी और मेरे बीच अटूट रिश्ता बन गया। मैं कल दोनों के साथ ग्रुप सेक्स किया हूँ। तो मित्रो ये थी मेरी आंटी और मम्मी की चुदाई। अगर पंसद आए तो कमेंट करना। और अगर लड़की ये कहानी पढ़ रही है तो मुझे सेक्स के लिए मेल भेजना।
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